लक्षद्वीप भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है और भारत के दक्षिण पश्चिम में स्थित है. आप अगर लक्षद्वीप जाना चाहत हो और उस खुबसुरत बीच का आंनद लेना चाहते हो तो चलिए हम आपको लक्षद्वीप के बारे में कुछ रोचक बातें बताते है ।
lakshadweep tour करना है तो यह बाते जानना आवश्यक है
लक्षद्वीप में जाना है तो परमिट आवश्यक है
lakshadweep tour करना है तो यह बाते जानना आवश्यक है
लक्षद्वीप भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है और भारत के दक्षिण पश्चिम में स्थित है. आप अगर लक्षद्वीप जाना चाहत हो और उस खुबसुरत बीच का आंनद लेना चाहते हो तो चलिए हम आपको लक्षद्वीप के बारे में कुछ रोचक बातें बताते है ।
लक्षद्वीप में जाना है तो परमिट आवश्यक है
आप लक्षद्वीप जाना चाहते हो तो वहाँ जाने के लिए परमिट की आवश्यकता होती है । According to the Laccadive, Minicoy and Amindivi Islands (Restriction of Entry and Residence) Rules, 1967, every person, who is not a native of these islands, has to obtain permission in the prescribed form from the competent authority to enter. इसके लिए पहले आप कुछ प्लॉन कीजीए मतलब अपनी यात्रा शुरू करने से पहले ही आप के पास परमिट होणा आवश्यक है । परमिट के लिए अप्लाई दो प्रकार से कर सकते है ।
· ऑनलाइन अप्लाई
लक्षद्वीप के लिए प्रथम आप ऑनलाइन अप्लाई कर लिजिए । ऑनलाइन अप्लाई करणे के लिए epermit.utl.gov.in यहाँ पर व्हिजीट करे । अप्लाई करते टाईम में आपको यात्रा की सब informestion जैसे जन्मतारीख़, आने जाने की तारीख ,आईलैंड, दस्तावेज़ों को अपलोड करना होगा । आपने अगर यह अप्लाई 15 दिन पहले कर दें, तो आपकेा यह सुविधाजनक रहेगा । लक्षद्वीप परमिट 30 दिन के लिए रहता है और इसकी फ़ीस 300 रुपये होता है ।
लक्षद्वीप जाने के लिए आप ऑफलाईल अप्लाई कर सकते है । आप लक्षद्वीप प्रशासन की वेबसाइट से आवेदन डाउनलोड कर सकते हैं । पहले इस आवेदन में पुरी जानकारी को भरिए । फिर कलेक्टर के ऑफिस में आवेदन जमा करिए. मगर ध्यान रहे कि इस प्रक्रीया वक़्त लग सकता है तो बेहतर होगा कि पहले से प्लान कर लें.यात्रा करते टाईम में अपना आईडी प्रूफ, पासपोर्ट साइज़ फोटो और परमिट अपने पास ज़रूर रखें. ये परमिट आपको लक्षद्वीप में पुलिस थाने या प्रशासन के दफ़्तर में जमा करवाना होगा.
अब आपके पास परमिट तैयार है तो चलिए लक्षद्वीप का सफ़र शुरू करते हैं.
लक्षद्वीप कैसे पहुँचा जाए?
लक्षद्वीप अगर आप जाना चाहते हो तो दो मार्ग से लक्षद्वीप पहुँचा जा सकता ।
• हवाई जहाज से
लक्षद्वीप को जाना है तो केरल राज्य के कोच्चि शहर में आपको आना ही होगा. लक्षद्वीप के लिए भारत से कोई जगह से सीधी फ्लाइट कोच्चि के अलावा कहीं से नहीं है । कोच्चि पहुंचने पर अगर आप फ्लाइट से लक्षद्वीप जाना चाहते हैं तो अगाट्टी के लिए फ्लाइट उपलब्ध है । ये फ्लाइट क़रीब डेढ़ घंटे की है । लक्षद्वीप तक जाने वाली फ्लाइट्स की संख्या बहोत कम है । इसलिए यहॉ फलाईट से भी जाना है तो बहोत प्लॉन से जाना पडता है । लक्षद्वीप प्रशासन की वेबसाइट के मुताबिक़, अगाट्टी और बंगाराम आईलैंड के लिए कोच्चि से फ्लाइट्स उपलब्ध हैं । अगाट्टी में सिर्फ एक हवाई पट्टी है ।
• जल जहाज. से
लक्षद्वीप को जाना है तो आप हवाई रास्ते से जा सकते हौ ।इसके के लिए आपको को केरल राज्य के कोच्चि शहर से जो सात यात्री जहाज़ चलते है उससे आप जा सकते ।
यह जहाज के नाम निचे दिये हैं:
- एमवी कोरल्स
- एमवी अमिनदिवी
- एमवी मिनिकॉय
- एमवी कवाराट्टी
- एमवी अरेबियन सी
- एमपी लक्षद्वीप सी
- एमवी लगून
जहाज से जाने के लिए पुरे 14 से 18 घंटे का समय लगता हैं. पर यात्रा का समय इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस आईलैंड जा रहे हैं. इन जहाज़ों में यात्रा के लिए कई क्लास हैं. एसी फर्स्ट क्लास, सेकेंड क्लास, बैक-बंक क्लास है । जहाज में पुरी सुविधाए होती है ।कुछ जहाज बहोत कंफर्टेबल होती हैं और पाणि में की यात्रा सुखद बना देते है । शाम के टाईम में आप अगर जहाज से यात्रा करणा शुरु करे तो सुबह आपको कोच्चि से लक्षद्वीप पहुंचा देती हैं ।
लक्षद्वीप में क्या है खास
मालदीव की ही तरह लक्षद्वीप में भी सफ़ेद रेत बीच हैं ।
बंगाराम
अगत्ती से बंगाराम पहुंचा जा सकता है जहां एक हवाई अड्डा है। बंगाराम में 120 एकड़ मे हरे-भरे नारियल के पेड़ों पर सुंदर मछुआरे, साही, तोते, पफरफिश, हर्मिट केकड़े और समुद्री पक्षी देखने लगते हैं। स्कूबा डाइविंग, समुद्र तट खेल, तैराकी, स्नोर्केलिंग और गहरे समुद्र में मछली पकड़ने जैसे कई रोमांच हैं।
थिन्नकारा
थिन्नकारा द्वीप बंगाराम द्वीप के ठीक विपरीत दिशा में स्थित है थिन्नकारा एक छोटा अश्रु के आकार का द्वीप है जो अगत्ती से 8 किमी उत्तर पूर्व में स्थित है। पैनोरमा में शानदार लैगून, सिल्वन समुद्री तट, सूरज से भीगी रेत और लहराते ताड़ के पेड़ों का आकर्षण, शानदार समुद्री वनस्पति और जीव शामिल हैं। कयाक, कांच की तली वाली नावें जैसे जलक्रीड़ा शिल्प यहां उपलब्ध हैं। आप बीच पर वॉलीबॉल खेल सकते हैं और धूप सेंकने के लिए विशाल समुद्र तट हैं।
कदमत
कदमत का मुख्य आकर्षण दक्षिणी सिरे पर लंबे रेतीले समुद्र तट और रेत के किनारे हैं। लैगून की ओर खड़े हुए ताड़ के पेड़ों के बीच बनाए गए पर्यटक झोपड़ियां पारिस्थितिकी तंत्र की प्राचीन सुंदरता में भिगोने की अनुमति देती हैं।
अगाती (अगाट्टी)
अगाती लक्षद्वीप में सबसे खूबसूरत लैगून(खाडी) में से एक है। हवाई अड्डे इस द्वीप पर बनाया गया है विमान से, एक लैंडिंग के लिए एक दृष्टिकोण के रूप में, एक द्वीप पर हवाई पट्टी के एक साँस लेने का नजारा मिलता है।अग्नि द्वीपों का आभासी प्रवेश द्वार है। सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ एक 20-बिस्तर पर्यटक परिसर यहां स्थापित किया गया है। यह लक्षद्वीप में सबसे सुलभ द्वीपों में से एक है।
मिनीकॉय
मिनिकॉय अपनी संस्कृति, द्वीप-शैली के द्वीपों के उत्तरी समूह से भिन्न है ।मिनिकॉय अपने परंपरागत नृत्य के लिए प्रसिद्ध है।
लक्षद्वीप कब जा सकते हो
लक्षद्वीप जाने के लिए सबसे अच्छा समय मई से सितंबर के बीच का है. यहां तापमान 22 से 36 डिग्री सेल्सियस रहता है. दिसंबर से फ़रवरी के बीच यहां पर्यटकों की जादा भीड़ रहती है।
लक्षद्वीप को आराम से पूरा घूमना चाहते हैं तो छह-सात दिन का समय लगता है ।एक द्वीप से दूसरे द्वीप तक आप जहाज़ से जा सकते हो ।