इसका पुरा नाम अटल बिहारी वाजपेयी सेवारी-न्हावा शेवा अटल सेतु हैअटल सेतु अरब सागर में ठाणे से पर करीब 22 किलोमीटर लंबा पुल है। यह भी जान ले की इस पुल का 16.5 किलोमीटर हिस्सा समुद्र के ऊपर और 5.5 किलोमीटर हिस्सा जमीन के ऊपर बना हुआ है। ट्विन-कैरिजवे छह-लेन पुल है। अप्रैल 2018 में इसका काम शुरू हुआ था। इस पुल से हर रोज करीब हजारो यात्री ट्रव्हलिंग कर सकेंगे इस पुल से आवागमन करणे से समय और ईंधन दोनों खर्च में बचत होगी।
यह पुल से किसको फायदा
अटल सेतु ब्रिज मुंबई से नवी मुंबई को आपस में जोड़ेगा, जिससे दो घंटे के सफर को लगभग 15 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही, यह पुलीया से आप पुणे, गोवा और दक्षिण भारत को भी जा संकेगे ।
अटल सेतु की विशेषता
- अटल सेतु ब्रिज पर सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले 190 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
- यह पुल बनाने में एफिल टावर की तुलना में 17 गुना जादा स्टील लगा है और कोलकाता का प्रमुख हावड़ा ब्रिज से चार गुना स्टील का उपयोग किया गया है।
- अटल सेतु ब्रिज पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे फर्राटा रफ्तार से गाड़ियां दौड़ेंगी, जिससे कम समय में सफर तय होगा।
- यह भी जान ले की, अटल सेतु ब्रिज के निर्माण में जो कंक्रीट उपयोग किया गया है, वह अमेरिका के स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से छह गुना अधिक है।
- अटल सेतु ब्रिज का निर्मीती एपॉक्सी-स्ट्रैंड्स वाले विशेष मैटेरियल से किया गया है, जिनका उपयोग परमाणु रिएक्टरों के निर्माण के लिए किया जाता है।
- अटल सेतु ब्रिज बनाने का पुरा खर्च 17840 करोड का पुरा लागत खर्च आया है।